लोहिया संस्थान के मातृ एवं शिशु रेफरल सेंटर के डॉक्टरों पर ढाई साल की बच्ची के इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है। परिजनों का कहना है भर्ती बच्ची की सांसें उखड़ती रहीं। डॉक्टर इलाज करने के बजाय बंद कमरे में केक काटकर साथी का बर्थडे मनाते रहे। कई बार मिन्नतों के बाद भी देखने की जरूरत नहीं समझी। इससे उसकी मौत हो गई। इससे नाराज परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को शांत कराकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने डॉक्टरों पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है।
चिनहट क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी के रहने वाले अमित सिंह बेटी मिष्ठी (ढाई साल) को तीन सितंबर को लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में ले गए थे। आरोप है इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टरों ने पहले भर्ती करने से मना किया। परिजनों ने काफी मिन्नत किया तब घंटों इंतजार बाद भर्ती किया गया। बच्ची की बुआ पूजा सिंह का आरोप है डॉ.प्रवीन की देखरेख में बच्ची का इलाज चल रहा था। डॉक्टर इलाज में शुरूआत से लापरवाही बरत रहे थे।गुरुवार रात करीब 8:30 बजे बच्ची की हालत बिगड़ गई थी। परिजन ने लगातार डॉक्टर को बुलाने को कहा, लेकिन कोई भी डॉक्टर नहीं आया। आरोप है डॉक्टर बंद कमरे में बर्थडे मना रहे थे। बच्ची की सांस उखड़ता देख परिजनों ने हंगामा शुरू किया तब एक डॉक्टर आए थे। जांच के बाद बच्ची को मृत घोषित कर दिया। परिजन के बवाल करने पर पुलिस मौके पर आ गई। पुलिस ने उन्हें शांत कराया।