मुख्यमंत्री योगी का अफसरों को निर्देश- अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती पर बिजली आपूर्ति ठीक रखें

लखनऊ (मानवीय सोच) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और ईद पर प्रदेश में बिजली आपूर्ति सुचारू रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि त्योहारों पर अनावश्यक बिजली कटौती न हो। धार्मिक स्थलों के आसपास स्वच्छता, पेयजल आदि के प्रबंध किए जाएं। लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखा जाए। बिजली आपूर्ति पर सीएम योगी ने दिल्ली में मंथन किया।

सीएम योगी ने रविवार को यहाँ टीम 9 की बैठक में अधिकारियों को ये निर्देश दिए। प्रदेश में बिजली संकट का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि शनिवार को दिल्ली यात्रा के दौरान उनकी गृह मंत्री अमित शर्मा, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ बिजली आपूर्ति   के संबंध में सकारात्मक बातचीत हुई। तीनों मंत्रियों ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। योगी ने बताया कि कोयले की ढुलाई के लिए रेलवे अतिरिक्त रैक देने जा रहा है। साथ ही भारत सरकार से अतिरिक्त बिजली भी मिलेगी। ऐसे में प्रदेश में बिजली आपूर्ति और बढ़ने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने उर्जा विभाग और पावर कार्पोरेशन के अधिकारियों को रोस्टर के अनुरूप निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। कहा कि फिल  हाल स्थिति सामान्य है और सभी क्षेत्रों को रोस्टर के अनुरूप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी उपभोक्ता को गलत ढंग से बिजली बिल न मिले। सभी को समय से बिल मिले। ओवरबिलिंग अथवा विलंब से बिल दिया जाना उपभोक्ता को परेशान तो करता ही है, व्यवस्था के प्रति निराश भी करता है। उपभोक्ता इससे बिल जमा करने के प्रति उत्साहित नहीं होता। ऐसे में समय से बिल और सही बिल दिया जाना सुनिश्चित करें। इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाने की जरूरत है। योगी ने कहा कि बिजली आपूर्ति होती रहे इसके लिए बिल का भुगतान जरूरी है। बिजली का इस्तेमाल करने वाले हर उपभोक्ता की यह ज़िम्मेदारी है कि वह समय से बिजली बिल का भुगतान करे। विद्युत वितरण निगमों को बिल के समयबद्ध संकलन के लिए ठोस प्रयास करना होगा। अधिकारी बकायेदारों से लगातार संपर्क और संवाद करें। राजस्व वसूली सिस्टम में सुधार की जरूरत है। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि रोस्टर के अनुरूप निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए समुचित प्रबंध किए जाएं। फिलहाल स्थिति सामान्य है और रोस्टर के अनुरूप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराएं।

लोकल फॉल्ट को समय से ठीक करने के निर्देश’
सीएम ने अधिकारियों को लोकल फाल्ट समय से ठीक करने के निर्देश दिए हैं ताकि लोगों को लोकल फाल्ट के नाम पर बिजली कटौती का सामना न करना पड़े। इसके अलावा लाइन हानियों को कम करने के निर्देश दिए हैं ताकि बिजली की बचत की जा सके।

‘कोविड महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है’

प्रदेश में कोविड की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोविड महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 1587 एक्टिव केस हैं। 99 फीसदी लोग घर पर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।इनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जा रही है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में दो सप्ताह से एनसीआर के जनपद गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में केस बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 269 नए केस की पुष्टि हुई, जिसमें, गौतमबुद्ध नगर में 117, गाजियाबाद में 55, लखनऊ में 26 और आगरा में 15 नए केस शामिल हैं। जहां केस अधिक मिल रहे हैं वहां सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाया जाना अनिवार्य कर दिया है। हम हर दिन कम से कम डेढ़ लाख कोविड टेस्ट किए जाएं। पॉजिटिव पाए जा रहे लोगों का सैम्पल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग का काम सतत जारी रखें।

प्रदेश में अब तक 11 करोड़ कोविड टेस्ट हो चुके हैं
उत्तर प्रदेश में अब तक 11 करोड़ 14 लाख से अधिक कोविड टेस्ट कर चुके हैं, जबकि कोविड टीके की 31 करोड़ 48 लाख डोज लगाई जा चुकी है। 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 88 प्रतिशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 95.33 प्रतिशत से अधिक किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है और 66.84 प्रतिशत से किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण को और तेज किए जाने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकासखंड स्तर पर 2000-2500 गोवंश क्षमता वाले गो आश्रय स्थल स्थापित करने की योजना बनाएं। प्रदेश के सभी गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्था सुचारु रखी जाए। गोवंश को गर्मी अथवा धूप से सुरक्षित रखने के प्रबंध किए जाएं। हरा चारा-भूसा आदि के समुचित प्रबंध हों। इन दिनों गेहूं की कटाई चल रही है। ऐसे में पशु चारे की खरीद अभी कर लेना उचित होगा। दुग्ध समितियों के गठन की प्रक्रिया को और तेज करने की अपेक्षा है।

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