भलुअनी कस्बे के पास डुमरी गांव में शनिवार सुबह करीब छह बजे गैस सिलेंडर फटने से महिला और तीन बच्चों की मृत्यु हो गई है। धमाका इतना तेज था कि कमरे की छत और दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गई। आग पर जब तक काबू पाया जाता, महिला और उसके तीनों बच्चे पूरी तरह जल चुके थे। महिला अपने पति के लिए चाय बनाने गई थी। पति कमरे के बाहर था, जिसकी वजह से बच गया।
चाय बनाने के दौरान हुआ हादसा
डुमरी गांव के रहने वाले शिव शंकर गुप्ता की 35 वर्षीय पत्नी आरती देवी ने शनिवार सुबह सोकर उठने के बाद चूल्हे पर चाय का पैन रखकर जैसे ही गैस जलाया रेगुलेटर में आग लग गई। उसने शोर मचाया, लेकिन तभी सिलेंडर में विस्फोट हो गया, जिससे घर में आग लग गई। आग घर के दूसरे कमरे तक पहुंच गई, जिससे कमरे में सो रही 14 वर्षीय आंचल, 12 साल का कुंदन और 11 वर्षीय सृष्टि आग की चपेट में आ गए।
सभी की कमरे में ही जलकर मृत्यु हो गई। उन्हें बाहर निकलने का भी मौका नहीं मिला। फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। घटना के बाद से गांव में अधिकारियों, नेताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। पत्नी और तीन बच्चों के एक झटके में मौत से शिवशंकर बेसुध हो गया है।