बिहार के सारण जिले में मतदान के बाद मंगलवार को हुई हिंसा के खिलाफ भाजपा की शिकायत के आधार पर पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य का नाम भी शामिल है। सोमवार को मतदान के अगले दिन हुई इस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। घटना भिखारी ठाकुर चौक के पास बड़ा तेलपा इलाके में घटी थी। पुलिस के अनुसार पुलिस के सामने पेश नहीं हुए ‘फरार व्यक्तियों’ की संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया संबंधित अधिकारियों द्वारा शुरू कर दी गई है और राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को जिले में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध दो दिन और बढ़ाकर 25 मई तक कर दिया। सारण पुलिस ने मतदान के दिन (20 मई को) कथित अनियमितताओं और 21 मई को एक व्यक्ति की मौत के मामले में अब तक कुल चार प्राथमिकी दर्ज की हैं।
पुलिस ने अब तक अपनी जांच के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। चुनाव बाद हिंसा मामले में फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। रोहिणी आचार्य सारण में निवर्तमान सांसद और भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी के खिलाफ महागठबंधन की उम्मीदवार हैं। पुलिस ने सारण से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार के प्रतिनिधि मनोज कुमार द्वारा दायर एक ऑनलाइन शिकायत के आधार पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की संबंधित धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की है।
अपनी शिकायत में कुमार ने आरोप लगाया कि रोहिणी आचार्य, अपने सात समर्थकों और 50 अज्ञात लोगों के साथ 20 मई को छपरा विधानसभा सीट पर मतदान केंद्र संख्या 318 और 319 पर अवैध/अनियमित गतिविधियों में शामिल थीं। कुमार ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि मतदान केंद्र संख्या 318 और 319 पर राजद कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा समर्थकों पर हमला भी किया गया। सारण के जिलाधिकारी अमन समीर ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सारण में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। सुरक्षाकर्मी मंगलवार की घटना के बाद भिखारी ठाकुर चौक के पास बड़ा तेलपा इलाके में कड़ी निगरानी रख रहे हैं। सरकार ने एहतियात के तौर पर जिले में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध दो दिन और बढ़ाकर 25 मई तक कर दिया है। इससे पहले यह प्रतिबंध 23 मई तक लगाया गया था।’’