चुनावी नतीजों के बाद अयोध्या के विकास को झटका

उत्तर प्रदेश में हुए 80 लोकसभा सीटों पर आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी की हार फैजाबाद लोकसभा सीट पर भी हुई है। इसी सीट के दायरे में अयोध्या भी आती है। यहां से भाजपा उम्मीदवार लल्लू सिंह को सपा के अवधेश प्रसाद से हार का सामना करना पड़ा है। अयोध्या में भाजपा की हार के बाद सोशल मीडिया पर जमकर अयोध्या पर हमले किए गए।

देश भर के यूजर्स की प्रतिक्रिया के बाद अयोध्या में भाजपा की हार का कारण वहां हुए विकास कार्यों के कारण लोगों को हुई परेशानी को जिम्मेदार करार दिया गया। अयोध्या में सड़कों के चौड़ीकरण अभियान के दौरान हटाए गए अतिक्रमणों को लेकर प्रशासन और सरकार पर हमले किए गए। दरअसल, अयोध्या में 500 सालों बाद प्रभु रामलला के धाम के निर्माण के बाद भाजपा इस सीट पर जीत तय मानकर चल रही थी। हालांकि, सपा-कांग्रेस के गठबंधन के कारण बदले सामाजिक समीकरण से पार्टी को हार मिली। ऐसी स्थिति में विकास योजनाओं को अब रद्द किया गया है।

योगी आदित्यनाथ सरकार के आवास विकास परिषद के फैसलों पर अब चर्चा शुरू हो गई है। इसे लोकसभा चुनाव रिजल्ट इफेक्ट माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने अयोध्या में फ्लाईओवर निर्माण योजना को निरस्त कर दिया है। माना जा रहा है कि इस योजना के कारण भी कुछ लोगों के घर टूट सकते थे। आवास विकास बोर्ड ने 264.26 करोड़ रुपये से प्रस्तावित फ्लाईओवर के निर्माण के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया है। यह फ्लाईओवर अयोध्या-गोरखपुर मार्ग पर बनाया जाना था। बुधवार को अपर मुख्य सचिव, आवास नितिन रमेश गोकर्ण की अध्यक्षता में हुई बोर्ड बैठक में यह फैसला लिया गया। इसकी जगह पर अंडरपास बनाए जाने की योजना है।